
प.पू. मुनि श्री आराध्य सागर
- जन्म दिनांक : 19 अप्रैल 1977
मुनि दीक्षा : 8 नवंबर 2011, मंगलगिरि तीर्थ, सागर (म.प्र.)
परिचय
महातपस्वी परम पूज्य श्रमण 108 मुनि श्री आराध्य सागर जी महाराज का पूर्व नाम बा: ब्र: नवीन जी जैन था। उनके पिता श्री महेंद्र कुमार जी जैन और माता श्रीमती गुणमाला जी जैन हैं। उनका जन्म छत्तीसगढ़ के दुर्ग में हुआ। लौकिक शिक्षा के रूप में उन्होंने बी.कॉम. तक अध्ययन किया। 9 जुलाई 2009 को, अशोक नगर (म.प्र.) में उन्होंने ब्रह्मचारी व्रत धारण किया। उनके दीक्षा गुरु परम पूज्य 108 चर्याशिरोमणि आचार्य श्री विशुद्ध सागर जी महाराज हैं। हिंदी उनकी मातृभाषा है, और इसके अलावा वे संस्कृत व प्राकृत भाषाओं के भी ज्ञाता हैं। मुनि श्री को एकांत में अध्ययन एवं मनन में विशेष रुचि है और वे तपसाधना में निपुण हैं।
विशेष साधना
जिन गुण संपत्ति
उपवास संख्या : 63 दिन
चौसठ सिद्धि
उपवास संख्या : 64 दिन
कनकावली वृहद् व्रत (उत्तम)
कुल दिन : 522 दिन, उपवास संख्या : 434 दिन

विशुद्ध आराधना व्रत
कुल दिन : 124 दिन, उपवास संख्या : 108 दिन
सहसृनाम व्रत प्रा.
उपवास संख्या : 1008 दिन
चरित्र शुद्धि व्रत प्रा.
उपवास संख्या : 1234 दिन
सिंह निष्क्रीडित व्रत "उत्तम"
कुल दिन : 557 दिन, उपवास संख्या : 496 दिन
